Mobikwik Q2 Results : डिजिटल पेमेंट कंपनी MobiKwik (वन मोबिक्विक सिस्टम्स लिमिटेड) ने सितंबर 2025 तिमाही (Q2 FY26) के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी को इस तिमाही में ₹29 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ है, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह घाटा केवल ₹4 करोड़ था। हालांकि, पिछली तिमाही के ₹41.9 करोड़ घाटे की तुलना में इसमें कुछ सुधार दर्ज किया गया है। कंपनी ने बताया कि यह घाटा मुख्य रूप से फ्रॉड से जुड़े विशेष प्रावधानों (Fraud Provisions) की वजह से बढ़ा है, जो सितंबर तिमाही में किए गए थे।
Mobikwik Q2 Results
Mobikwik ने खुलासा किया कि सितंबर तिमाही के दौरान हरियाणा के कुछ यूजर्स से ₹40.4 करोड़ के धोखाधड़ी वाले लेन-देन की पहचान की गई। इस नुकसान के लिए कंपनी ने ₹11.8 करोड़ का प्रोविज़न (Provision) बनाया है। कंपनी के मुताबिक, अब तक ₹21.9 करोड़ की रिकवरी की जा चुकी है, जबकि ₹6.6 करोड़ की राशि कोर्ट में मर्चेंट्स के एफिडेविट्स के माध्यम से सुरक्षित की गई है। Mobikwik का कहना है कि वह बाकी ₹11.8 करोड़ की वसूली के लिए कानूनी और तकनीकी उपाय कर रही है।
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Mobikwik Q2 Results Performance
वित्तीय मोर्चे पर भी कंपनी की स्थिति कमजोर रही। Mobikwik Q2 Results के अनुसार, कंपनी का रेवेन्यू 7% घटकर ₹270 करोड़ पर आ गया, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह ₹291 करोड़ था। तिमाही आधार पर कंपनी का रेवेन्यू लगभग स्थिर रहा, क्योंकि जून तिमाही में ₹271.3 करोड़ का रेवेन्यू दर्ज किया गया था। ऑपरेटिंग घाटा (EBITDA Loss) इस तिमाही में ₹15.7 करोड़ तक पहुंच गया, जो पिछले साल की समान अवधि में केवल ₹4 करोड़ था। इसका मतलब है कि कंपनी के ऑपरेटिंग खर्चे और प्रावधानों में भारी वृद्धि हुई है।
Mobikwik Share Price Analysis
तिमाही नतीजों के बाद Mobikwik के शेयरों में गिरावट देखने को मिली। कारोबार के दौरान स्टॉक 4.35% गिरकर ₹247.95 पर ट्रेड कर रहा था, जो दिन का निचला स्तर था। वर्तमान में Mobikwik share price अपने IPO प्राइस ₹279 से नीचे बना हुआ है। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब तक कंपनी अपनी फ्रॉड रिकवरी प्रोसेस और रेवेन्यू ग्रोथ को स्थिर नहीं करती, तब तक स्टॉक में बड़े अपसाइड की संभावना सीमित है।
Mobikwik Q2 Results Investment Plan
विश्लेषकों का मानना है कि Mobikwik को आने वाले क्वार्टर्स में फ्रॉड कंट्रोल सिस्टम, यूजर वेरिफिकेशन, और ट्रांजैक्शन सिक्योरिटी पर अधिक फोकस करना होगा। साथ ही, डिजिटल पेमेंट मार्केट में PhonePe, Paytm, और Google Pay जैसे दिग्गजों के बीच प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए कंपनी को अपने यूजर बेस और पार्टनर नेटवर्क को मजबूत बनाना जरूरी है।
Conclusion
Mobikwik Q2 Results से यह स्पष्ट है कि कंपनी फिलहाल चुनौतियों के दौर से गुजर रही है। हालांकि पिछली तिमाही के मुकाबले घाटे में कमी आई है, लेकिन फ्रॉड प्रावधानों और रेवेन्यू गिरावट ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है। आने वाले महीनों में कंपनी के लिए यह देखना अहम होगा कि वह कैसे वसूली, ग्रोथ, और सिक्योरिटी इंफ्रास्ट्रक्चर को संतुलित करती है।



